Thursday, August 25, 2011

भगत सिंग सरदार सुरमा

मौत नुमासी आखन वाला आजादी दी यार भगत सिंग नु आखन लोकी केस कटा लई क्यू पापी ऐ तू पापी सिघा ऐ की किता तू ऐ की किता तू कहाँ लगा सरदार भगत सिंग की अज्मोणा बाकि है केस कटाए देस लायी में सर कट्वोना बाकि है गुस्ताखी दी मोफी चो में साहिब दे दरबार भगत सिंग सरदार सुरमा ........

बाड खेत नु खावन लगी कोण करू रखवाली छांव दे रुख लावन वाले भूखे बैठे माली भूखे बैठे माली धर्म योग विच धर्म योग है ऐ गीता दा सार भगत सिंग सरदार सुरमा ........

ऐ गोरे अंगरेजो ने जो वापस तम्बू ताणे -२ एस तरह खेत मिटी दी कुख विच खोपडिया न बीजो खोपडिया जो उक्त पेन गए इन्कलाब दे दाणे -३ इन्कलाब जिन्दाबाद इन्कलाब जिंदाबाद एक भगत नु मरोगे तो लाखो भगत तयार भगत सिंग सरदार सुरमा ........

साड़ी ते गल प्यार नाल है प्यार नाल सम्झोअना जुल्म ना करना जुल्म ना सब दा भला मनोना गुरु गोविन्द सिंग साहिब जी दा मुखो ऐ फ़रमोना -२ हाथ जोड़े जे काम न आवण चुग लेवो हथियार --- जो बोले सो निहाल सत्सरिया काल दीवाने परवाने पागल जो भी समझो सानू राज गुरु सुख देव भगत सिंग यद् ओणगे थाव्नु -३ पूछ लेना गुरदास मान तो की हुंदा है प्यार भगत सिंग सरदार सुरमा .......

.वन्दे मातरम वन्दे मातरम वन्दे मातरम जय हिंद जय भारत वन्दे मातरम इन्कलाब जिंदाबाद


जय श्री कृष्ण
राधे राधे
हेमंत

Tuesday, August 9, 2011

Sewag samaj Sri Dungargarh: JAI SHREE RADHEY KRISHNA

Sewag samaj Sri Dungargarh: JAI SHREE RADHEY KRISHNA: "मौत और मौत के बाद की दुनिया की जितनी भी कल्पना की जाए उसका सही अनुमान लगाना काफी मुश्किल है। मरने के बाद क्या वाकई कोई यमपुरी है जहां आत्म..."